संभल। कैलादेवी थाना क्षेत्र के गांव साकिन शोभापुर मिलक गांव निवासी धर्मवीर (21) पुत्र वेदपाल की मौत रहस्य बन गई है। परिजनों का दावा है कि धर्मवीर का शव बुधवार की सुबह साढ़े छह बजे निर्माणाधीन मकान के कमरे में रस्सी के फंदे से लटका मिला। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सर्पदंश से मौत होने की पुष्टि हुई है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि मंगलवार की रात पुलिस ने खनन करते हुए पकड़ा था और थाने ले जाकर पिटाई की थी। इसी से आहत होकर धर्मवीर ने जान दी है। गांव में आक्रोश पनप गया।
घटना की सूचना पर मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक डाॅ. श्रीशचंद्र और सीओ जितेंद्र सिंह थाना कैलादेवी, नखासा और संभल कोतवाली की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। पीड़ित परिवार से जानकारी की। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। पीड़ित पिता वेदपाल ने बताया कि उनका बेटा गांव के चामुंडा मंदिर के लिए अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली से भराव कर रहा था। गांव निरयावली निवासी समरपाल और हरवीर का भी ट्रैक्टर-ट्रॉली लगा था। मंगलवार की शाम साढ़े छह बजे करीब थाने से पुलिसकर्मी आए और पकड़कर थाने ले गए।
पुलिस का कहना था कि मिट्टी भराव के लिए धर्मवीर के पास अनुमति पत्र नहीं था। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने थाने में धर्मवीर की काफी पिटाई की गई और रात साढ़े दस बजे करीब छोड़ दिया। पीड़ित पिता ने बताया कि जब उनकी पत्नी सरबती पशुओं को चारा डालने के लिए सुबह गईं तो उन्होंने बेटे का शव निर्माणाधीन मकान के कमरे में फंदे से लटका हुआ देखा। उनके शोर मचाने पर परिवार के लोग जाग गए। पीड़ित पिता का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से आहत होकर उनके बेटे ने जान दी है। मृतक अपने चार भाइयों में तीसरे नंबर का था। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सर्पदंश से मौत की पुष्टि होने पर लोगों में तरह तरह की चर्चा है।