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BHU में छात्रों ने काली पट्‌टी बांधकर किया प्रदर्शन: छात्र को हॉस्टल से निष्कासित करने का मामला, दोबारा छात्रावास अलॉट करने की मांग


वाराणसी39 मिनट पहले

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बीएचयू में हॉस्टल आवंटन की मांग को लेकर छात्रों ने हाथों में काली पट्टी बांध कर सिंहद्वार तक मार्च किया।

बीएचयू में हॉस्टल आवंटन की मांग को लेकर छात्रों ने हाथों में काली पट्टी बांधकर वीसी आवास से सिंहद्वार तक मार्च किया। दर्जनों की संख्या में छात्रों ने सिंहद्वार तक जमकर नारेबाजी की। छात्रों ने हॉस्टल के वार्डन पर अनियमितता का आरोप लगाया है। छात्रों की मांग है कि उनके साथी को पुन: हास्टल आवंटित कराया जाए।

यह है धरना देने का कारण

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में कुलपति आवास के बाहर LLB का छात्र अवधेश कुमार पाण्डेय अपने साथियों के साथ न्याय के लिए दो दिनों से धरने पर बैठा है। छात्रों का आरोप है कि भगवान दास छात्रावास के वार्डन ने निराधार कारण बता कर छात्रावास का आवंटन निरस्त कर दिया है। छात्र अवधेश देव पाण्डेय ( एलएलबी चतुर्थ सेमेस्टर) ने कहा है कि उन्हें भगवान दास छात्रावास में कक्ष 75 आवंटित था। छात्र के बताया कि 24/11/2022 को छात्रावास में प्रशासनिक संरक्षक द्वारा सुबह अपने कार्यालय में बुलाकर छात्रावास से निष्कासित किए जाने का आदेश दे दिया गया।

कारण पूछने पर बताया गया कि उसने 23/11/2022 की मध्यरात्रि को अपना जन्मदिन मनाया। इस दौरान एक अन्य छात्र ने बाथरूम का कांच तोड़ दिया। छात्र अवधेश पाण्डेय का कहना है कि वार्डन द्वारा उनकी बात नहीं सुनी गई। एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से छात्रावास से बाहर कर दिया गया। छात्र का कहना है कि न छात्र ने हास्टल में जन्मदिन मनाया है, न ही कांच तोड़ा है। व्यक्तिगत वैमनस्यता के कारण छात्र का हास्टल कैंसिल किया गया है।

पिछले 7 महीने से छात्र कर रहे शिकायत

छात्र का कहना है कि पिछले 7 महीने से कुलपति सहित विभिन्न अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया। लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। जिसके बाद मजबूरी में उन्हें अपने साथियों के साथ कुलपति आवास के बाहर न्याय की मांग करते हुए धरने पर बैठना पड़ा है।

कमेटी की गई गठित, खत्म करें धरना

छात्रों के धरने को समाप्त कराने के लिए प्राक्टोरियल बोर्ड प्रयास कर रही, लेकिन छात्रों की बस एक ही मांग है कि उनके साथी को पुनः हास्टल आवंटित किया जाए। पिछले दो दिनों में छात्रों की बातों को नहीं सुना गया तो छात्रों ने सिंहद्वार तक हाथों में काली पट्टी बांध कर मार्च किया। विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।



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