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निघासन में समूह की महिलाएं तैयार करेंगी बच्चों का पोषाहार: मिलेगा ताजा पोषाहार और महिला समूहों को रोजगार


लखीमपुर-खीरी9 घंटे पहले

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लखीमपुर खीरी के ब्लॉक निघासन के ग्राम चखरा में आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से कुपोषित बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं को वितरित किए जाने पोषाहार का निर्माण करने की शुरुआत हुई।

शनिवार को डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने डीसी एनआरएलएम राजेंद्र श्रीवास, बीडीओ राकेश सिंह के साथ पूजा-अर्चना कर चखरा में रोशनी प्रेरणा लघु उद्योग स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित टीएचआर प्लांट का शुभारंभ किया। जो निघासन व रमिया बेहड़ ब्लॉक के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को पोषाहार उपलब्ध कराएगा।

डीएम ने प्लांट को बटन दबाकर चालू करने के साथ ही उसमें अनाज डालकर पोषाहार निर्माण कार्य शुरू कराया है। डीएम ने कहा कि शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं से नारी शक्ति लगातार आर्थिक समृद्धि की ओर बढ़ रही है। महिलाओं की समृद्धि में यह प्लांट बड़ी भूमिका निभाएगा। बच्चों को ताजा पोषाहार मिलने से कुपोषण मुक्त खीरी का सपना साकार होगा।

आंगनबाड़ी के बच्चों, गर्भवती महिलाओं को बांटा जाने वाला पोषाहार अब स्थानीय स्तर पर पुष्टाहार निर्माण इकाई के जरिए समूह की महिलाएं तैयार करेंगी। स्थानीय स्तर पर पोषाहार तैयार होने से बाहर से मंगाने पर होने वाला खर्च बचेगा और स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को रोजगार मिलेगा। इस दौरान डीएम ने प्लांट का निरीक्षण किया। इसके उत्पादन क्षमता आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की।

रोशनी प्रेरणा लघु उद्योग का संचालन ग्रापं चखरा के चार ग्राम संगठन से चयनित 14 समूहों की बीस महिलाओं द्वारा किया जा रहा है। बीडीओ राकेश सिंह ने बताया कि प्लांट मे कार्य कर रही महिलाओं का प्रशिक्षण कराया जा चुका है। प्रशिक्षण के बाद प्लांट द्वारा 45 मी. टन उत्पादन किया जा चुका है। जिसका शीघ्र वितरण करा दिया जायेगा।

सरकार ने जिले में पोषाहार निर्माण करने के लिए पुष्टाहार निर्माण इकाई (टेक होम राशन) प्लांट लगाने की योजना बनाई। जिससे जिले में कुल नौ टीएचआर प्लांट लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। जिससे सभी 15 ब्लॉकों समेत शहरी क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों को पोषाहार उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना से लाभार्थियों को ताजा पोषाहार मिलेगा। वहीं महिला समूहों को टीएचआर प्लांट के संचालन की जिम्मेदारी मिलने से उनकी सदस्यों को रोजगार मिलेगा।

टीएचआर प्लांट में बनेंगे उत्पाद, रमियाबेहड़, निघासन में होगी सप्लाई

टीएचआर प्लांट के संचालन का जिम्मा संभाल रही महिलाओं ने बताया कि प्लांट में अलग-अलग लाभार्थियों के लिए छह प्रकार की रेसिपी से उत्पाद तैयार किया जा रहा। सर्वप्रथम गेहूं व चना की सफाई की जाती। इसके बाद ट्राली से धुलाई की जाती है। इसके बाद भुनाई रोस्टर से सभी प्रकार के पदार्थो की भुनाई कर अलग-अलग टेंको मे स्टॉक कर हेमर मिल द्वारा गेहूं, मूंग, चना, चीनी व मुगफली के दाने मिलाकर पिसाई कर बाई ब्रो मशीन से छनाई कर मिक्सर मे सोयाबीन तेल, प्रीमिक्स दूध पाउडर व मसाले मिलाया जाता है। उसके बाद तैयार उत्पाद की पैकिंग मशीन से पैकेट की पैकिंग की जाती है। प्लांट पर छह माह से 03 वर्ष, 03 से 06 वर्ष, गर्भवती धत्रियों के लिए, कुपोषित बच्चों के लिए अलग-अलग प्रकार के व्यंजन तैयार कर पैकिंग की जाती है।

इनकी रही मौजूदगी

कार्यक्रम में बीडीओ राकेश सिंह, डीसी-एनआरएलएम राजेंद्र श्रीवास, प्रधान गजराज, सचिव धीरेन्द्र मौर्य, बीएमएम अभिषेक शुक्ला, सैय्यद आमिर, क्लस्टर कोर्डिनेटर रमन पाण्डेय, अंदेश कुमार, सुमित पाल, पंकज पाल, विनोद कुमार, प्लांट मे कार्य रही दीदी, समूह की महिला व गांव के लोग भी उपस्थित रहें।

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