प्रतापगढ़35 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
शक्ति की आराधना का महापर्व नवरात्र चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 22 मार्च से शुरू होगा। मां भगवती की आराधना के साथ ही नवसंवत्सर की भी शुरुआत हो जाएगी। इस बार नवरात्र में कई योगों का महासंयोग बन रहा है। नवरात्र में इस बार व्रत और पूजन के लिए पूरे नौ दिन मिलेंगे। शुक्ल और ब्रह्म योग में 22 मार्च को प्रथम शैलपुत्री की पूजा के साथ ही घट स्थापना की जाएगी।
वहीं, 30 मार्च को महागौरी की पूजा के साथ ही रामनवमी भी मनाई जाएगी। पर्व का पारण 31 मार्च को होगा। नवरात्र बुधवार से से शुरू हो रहा है। दुर्गा सप्तशती के अनुसार बुधवार को शुरू होने से माता का आगमन नौका पर होगा जो फसल, धन-धान्य और विकास के लिए लाभदायक रहेगा।
ज्योतिषविद् हेमंत कासट ने बताया कि चैत्र नवरात्र इस बार पूरे नौ दिनों के होंगे। नवरात्र में इस बार चार सर्वार्थ सिद्धि, चार रवि योग, दो अमृत सिद्धि योग, दो राजयोग और एक-एक द्विपुष्कर व गुरु पुष्य का संयोग बनेगा। आखिरी नवरात्र 30 मार्च के दिन महागौरी पूजन व रामनवमी पर गुरु पुष्य योग का दुर्लभ योग रहेगा।
नवरात्र में किस दिन कौनसा विशेष योग
22 मार्च शुक्ल योग व ब्रह्म योग। 23 मार्च- सर्वार्थ सिद्धि योग। 24 मार्च- सर्वार्थ सिद्धि, राजयोग, रवि योग। 26 मार्च- रवि योग। 27 मार्च- सर्वार्थ सिद्धि योग, कुमार योग, रवि योग, अमृत सिद्धि योग। 28 मार्च- द्विपुष्कर योग, राजयोग। 29 मार्च- रवि योग। 30 मार्च- सर्वार्थ सिद्धि योग रवि योग गुरु पुष्य योग अमृत सिद्धि योग।
विशेष योगों में की गई खरीदारी रहेगी फलदायक
ज्योतिषाचार्य ने इस संंबंध में बताया कि गुरु पुष्य योग 30 मार्च रात 11 बजे से शुरू होगा। उसी समय अमृत सिद्धि योग भी शुरू हो जाएगा। नवरात्र में खरीदारी का विशेष मुहूर्त रहता है। इसके साथ ही इन 11 योगों में वाहन, मकान, भूमि, भवन, वस्त्र व आभूषण आदि की खरीदारी अत्यंत शुभ और फलदायक रहेगी।