अयोध्या3 घंटे पहले
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अवध विश्वविद्यालय की छतों पर सोलर पैनल लगाया जा रहा है।
अयोध्या में जहां एक ओर भव्य राम मंदिर बन रहा है, वहीं दूसरी ओर राम नगरी को सोलर सिटी विकसित करने की कवायद तेज हो गई है। आने वाले दिनों में अयोध्या धार्मिक और पर्यटन के साथ-साथ सोलर सिटी के रूप में भी जानी जाएगी। अवध विश्वविद्यालय समेत सभी सरकारी कार्यालयों के छतों पर सोलर पैनल स्थापित किया जा रहा है।
यूपी के मुख्यमंत्री पिछले दिनों अयोध्या दौरे पर आने के बाद कहा था कि सूर्यवंश की राजधानी अयोध्या देश की पहली सोलर सिटी के रूप में विकसित होगी। यूपी नेडा विभाग में पिछले दिनों एक ड्रोन सर्वे कराया और उस सर्वे से यह पता चला कि अयोध्या में 12000 घरों में सोलर प्लांट लगाया जा सकता है। हालांकि अयोध्या के सभी सरकारी कार्यालय में सोलर प्लांट स्थापित कर दिया गया है। जो बच गए है, उसमें सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं।

पैनल स्थापित करने के बाद विद्युत और सोलर पावर की जानकारी देते इंजीनियर।
मठ मंदिरों में सोलर पैनल लगाने की कवायद तेज
अयोध्या के मठ-मंदिरों में भी सोलर प्लांट लगाए जाने की कवायद तेज कर दी गई है। अयोध्या में दो चरणों में सोलर पैनल स्थापित करने के लिए कार्य होंगे। इसमें व्यक्तिगत लाभार्थी भी इस योजना में सब्सिडी का लाभ ले सकते हैं।
10000 घरों पर सोलर प्लांट लगाने की तैयारी
यूपी नेडा के परियोजना अधिकारी संजय वर्मा ने बताया कि हम लोगों ने ड्रोन सर्वे कराया था। उस सर्वे के दौरान 12000 ऐसे घर आए थे, जिनके छतों पर सोलर पावर प्लांट लग सकता है। जो आवासीय भवन होंगे। हम लोग 10,000 घरों पर सोलर पावर प्लांट लगाएंगे। पहले चरण में राम पथ पर दोनों तरफ जो घर है। उनका भी सर्वे का कार्य अगले सप्ताह से शुरू हो जाएगा। राम पथ के दोनों तरफ घर से लेकर दुकान तक सभी जगहों पर सोलर प्लांट लगाया जाएगा।
केंद्र और राज्य सरकार दे रही अनुदान
अयोध्या वासियों को केंद्र और राज्य सरकार सोलर पैनल स्थापित करने के लिए अनुदान दे रही है। सोलर प्लांट के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होता हैं। 1 किलो वाट पर 15000 रूपए राज्य सरकार अनुदान देगी। इसके अलावा 14588 रुपए भारत सरकार दे रही है। 1 किलोवाट सोलर प्लांट लगाने में लगभग 65000 रूपए खर्च होते हैं।

सर्किट हाउस के छत पर सोलर पैनल स्थापित किया जा रहा है।
अवध विश्वविद्यालय में सौर ऊर्जा का होगा विकास
अवध विश्वविद्यालय में 400 किलो वाट का सोलर पैनल स्थापित किया जा रहा है। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय में 12 सौ किलोवाट का लोड है। अवध विश्वविद्यालय के पर्यावरण विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विनोद कुमार चौधरी ने बताया कि अवध विश्वविद्यालय की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी तथा यूपी नोएडा का धन्यवाद है। हमारी जरूरत का लगभग 25 प्रतिशत ऊर्जा का स्रोत इन्होंने स्थापित कर दिया है और यह ऐसी ऊर्जा है जो हमारे पर्यावरण की हर तरह से सुरक्षा करती है।
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